भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट, मोदी सरकार ने खास विमान कर दिया तैनात, जानें इसकी खासियत:-


           ग्राम स्वराज्य (हिन्दी दैनिक) 

नई दिल्ली
: बांग्लादेश के हालात सही नहीं है। अस्थाई सरकार बनी है, ऐसे में भारत-बांग्लादेश सीमा पर गतिविधियां बढ़ गई है। हजारों की संख्या में बांग्लादेशी नागरिक हिंसा से बचने के लिए भारत की सीमा में दाखिल होना चाहते हैं। सीमा पर बीएसएफ ने कड़ी चौकसी है। एक भी घुसपैठ न हो, इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान केंद्र सरकार ने बांग्लादेश सीमा पर खास विमान तैनात किया है। इसका नाम है ग्लोबल 5000 स्पेशल मिशन (SIGINT) एयरक्राफ्ट. इसका इस्तेमाल R&AW करता है। यह विमान सिग्नल इंटेलिजेंस जमा करने के लिए बनाया गया है। इसमें खास तरह के एडवांस इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर एंड रीकॉन्सेंस सुईट लगे हैं। 


बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ जो हिंसा हो रही है, ऐसे में इस विमान की तैनाती जरूरी थी। प्रधानमंत्री शेख हसीना भी देश छोड़ चुकी हैं। यह विमान असल में बॉम्बार्डियर ग्लोबल 5000 बिजनेस जेट का मॉडिफाइड वर्जन है। यानी इसमें कई तरह के डेटा जमा करने के यंत्र लगाए गये हैं। खास तौर से इंटेलिजेंस डेटा इसमें EL/I-3001 एयरबॉर्न इंटीग्रेटेड सिग्नल इंटेलिजेंस सिस्टम लगा है, जिसे इजरायल ने डेवलप किया है। यह किसी भी तरह के सिग्नल को ट्रैक कर सकता है। चाहे वह इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल हो या फिर कम्यूनिकेशन के लिए इस्तेमाल होने वाला सिग्नल यानी बांग्लादेश की सीमा पर होने वाले सभी तरह के संचार पर भारत की नजर होगी। 


यह विमान किसी भी तरह के इलेक्ट्रॉनिक या कम्यूनिकेशन या राडार से निकलने वाले सिग्नल को इंटरसेप्ट कर सकता है। यानी उसकी जांच कर सकता है. उसे रोक सकता है। कुल मिलाकर भारत इस विमान के सहारे बांग्लादेश में इस समय हो रहे सभी प्रकार के संचार को ट्रैक कर सकता है। ताकि जरूरत पड़ने पर रणनीति बनाई जा सके। 


इस विमान में रेसेलाइट रीकॉन्सेंस पॉड लगा है, जो हाई-रेजोल्यूशन तस्वीरें ले सकता है। इसके अलावा कई अन्य प्रकार की इंटेलिजेंस संबंधित फोटो निकाल सकता है। भारत के पास ऐसे दो विमान हैं, जो दिल्ली के पालम एयर फोर्स स्टेशन पर तैनात रहते हैं। ये दिल्ली से लखनऊ-पटना होते हुए बांग्लादेश सीमा तक पहुंचे हैं। 


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