कुशीनगर। जनपद के उप कृषि निदेशक आशीष कुमार ने मंगलवार को अवगत कराते हुए बताया कि किसान सम्मान निधि प्राप्त करने के लिए अब किसानों को अपनी फॉर्मर रजिस्ट्री तैयार कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इस संबंध में विस्तृत शासनादेश जारी हो चुका है। फार्मर रजिस्ट्री में किसान व उसके पिता का नाम, उसके स्वामित्व वाले सभी गाटा सं०, सहखातेदार होने की स्थिति में गाटा में किसान का अंश, मोबाइल नंबर आधार कार्ड संख्या व ई- केवाईसी का विवरण दर्ज किया जायेगा।
किसानों का फार्मर रजिस्ट्री तैयार होने के बाद उन्हें सिर्फ पीएम किसान सम्मान निधि ही नहीं, बल्कि के.सी.सी. फसल बीमा, एमएसपी, कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड जैसी योजनाओं का भी लाभ प्राप्त होगा। डिजिटल डाटा समय-समय पर अपडेट किया जायेगा। डिजिटल डाटा तैयार होने के बाद सरकारी योजनाओं का लाभ किसानों को सीधे मिल सकेगा। कार्यक्रम का क्रियान्वयन दो चरणों में किया जाएगा।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में 18 नवंबर से 25 नवंबर तक किसानों को स्वयं अपना रजिस्ट्रेशन करते हुए फार्मर रजिस्ट्री तैयार की जानी है। उक्त कार्य वेव पोर्टल
HTTPS://UPFR.AGRISTACK.GOV.IN या मोबाइल ऐप FARMER REGISTRY UP के माध्यम से किसान स्वयं या जन सेवा केंद्र से अपनी फार्मर रजिस्ट्री कर सकेंगें।
दुसरे चरण में कैम्प मोड़ में अभियान 25 नवम्बर से 31 दिसंबर तक स्थानीय कार्मिकों ,लेखपाल, कृषि व अन्य विभाग के कार्मिक के माध्यम से चलाया जायेगा। सभी राजस्व ग्रामों में शिविर लगाकर लेखपाल, कृषि व अन्य विभाग के कर्मचारी एप के माध्यम से किसानों की फार्मर रजिस्ट्री तैयार करेंगे। पी०एम० किसान सम्मान निधि की आगामी किस्तों का लाभ लेने के लिये किसानों की फार्मर रजिस्ट्री का तैयार होना आनिवार्य हो गया है।