पीड़ित बैंक मैनेजर ने ठगी और धोखाधड़ी का अहसास हुआ और इसकी शिकायत पुलिस में की। इस पर पुलिस ने प्रार्थी के साथ धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों की जानकारी एकत्र की और साइबर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज की। ठगी करने वालों के संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेट,आनलाइन ट्रांजेक्शन व एटीएम विड्राल आदि की जांच की। साइबर टीम ने मोबाइल नम्बर, काॅलिंग आईएमईआई नम्बर, काॅलिंग नम्बर आदि की पड़ताल की। पुलिस टीम को आरोपी राजस्थान के गुडपालिया व लडानू के आसपास के निवासी होने की जानकारी प्राप्त हुई। साइबर टीम राजस्थान और दिल्ली रवाना हुई। वहां आरोपियों का पता ठिकाना प्राप्त कर अजय सिंह व गजेन्द्र स्वामी को हिरासत में लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने ऑनलाइन ठगी का काम करना स्वीकार किया। पूछताछ में पता चला है कि ऑनलाइन फ्राॅड का काम मनोज स्वामी करता है, जो दोहा की राजधानी कतर में रहकर लेबर ठेकेदारी कार्य के आड़ में आनलाइन फ्राड का काम करता है। अब पुलिस मनोज स्वामी पर कार्रवाई में जुटी है।