नई दिल्ली:- 5G internet: (कम्प्यूटर जगत)। अब आप जिस कंपनी के सिम का इस्तेमाल करते हैं यदि उसका नेटवर्क किसी खास क्षेत्र में मिलता था तो उस स्थिति में आप फोन का सही तरीके से उपयोग नहीं कर पाते थे। लेकिन अब यह समस्या खत्म हो जायेगी। अब आपको केवल उस क्षेत्र में सेवा प्रदाता का नेटवर्क मिलेगा और आप बिना किसी कम्पनी के फोन का इस्तेमाल कर सकेंगे।
सभी सेवा प्रदाताओं के बीच करार होने से इस नेटवर्क का विस्तार किया जायेगा, जिससे हर कंपनी के उपभोक्ताओं को अच्छा नेटवर्क कनेक्शन मिलेगा।
उत्तर प्रदेश के 29 जिलों में मिलेगा रोमिंग नेटवर्क सेवा
उत्तर प्रदेश पूर्वी क्षेत्र में डिजिटल भारत निधि के तहत 178 मोबाइल टावर लगाए गए हैं, जिनमें रोमिंग की व्यवस्था लागू की जायेगी।
इस सेवा से उत्तर प्रदेश के 16 जिलों सहित कुल 29 जिलों में मोबाइल उपभोक्ताओं को रोमिंग नेटवर्क की सुविधा मिलेगी। रोमिंग सुविधा का मतलब है कि अब उपभोक्ता कहीं भी हों, उन्हें किसी न किसी सेवा प्रदाता का नेटवर्क उपलब्ध रहेगा, जिससे उनका फोन हमेशा सक्रिय रहेगा।
कई गांवों और कस्बों में नेटवर्क की कमी, लेकिन अब मिलेगा समाधान दूरसंचार विभाग के अपर महानिदेशक अरुण कुमार वर्मा के अनुसार, उत्तर प्रदेश पूर्व और पश्चिम परिमंडल के कई सीमावर्ती जिलों में अब भी ऐसे कई गांव और कस्बे हैं। जहां किसी भी कंपनी का नेटवर्क नहीं आता है। इन इलाकों में नेटवर्क की समस्याओं को दूर करने के लिए BSNL और निजी दूरसंचार कंपनियां मिलकर टावर लगा रही हैं।
इससे इन इलाकों के निवासी भी अब बिना किसी रुकावट के नेटवर्क का उपयोग कर सकेंगे। हाई स्पीड ब्रॉडबैंड से हर क्षेत्र को जोड़ा जाएगा। ये कंपनियां एक दूसरे से समन्वय बनाकर मोबाइल फोन उपभोक्ताओं को नेटवर्क सेवा प्रदान करेंगी।
इसके साथ ही राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 के तहत 2030 तक सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और पंचायतों को 90 प्रतिशत तक हाई स्पीड ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इस कदम से डिजिटल इंडिया की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है, जिससे ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में भी इंटरनेट की सुविधाएं पहुंचाई जा सकेंगी।
ब्रॉडबैंड स्पीड में होगी बढ़ोतरी मोबाइल एप्लिकेशन से मिलेगी सहूलियत इसके अलावा, दूरसंचार विभाग ने संचार साथी नामक एक मोबाइल एप्लीकेशन भी लॉन्च किया है, जिसके तहत उपयोगकर्ता संचार से जुड़ी सारी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। संचार साथी पोर्टल के माध्यम से अब ब्रॉडबैंड गति को 64 मेगाबाइट के स्थान पर 100 मेगाबाइट तक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
इससे इंटरनेट की स्पीड में भी सुधार होगा, जिससे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिल सकेगी।